चीन से फैले कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए भारत सरकार ने 2 वैक्सीन बना ली है और अब यह वैक्सीन सिर्फ लोगों तक पहुंचना बाकी है। देश में सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक 2 ऐसी कंपनियां है जिन्होनें सबसे पहले देश में इस वायरस की वैक्सीन बनाई है। आप लोगों को बता दें कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन अब देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुँचने के लिए तैयार है। आज सुबह हैदराबाद के एयरपोर्ट से भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुँच चुकी है।
और यह वैक्सीन एक विमान के जरिये हैदराबाद से सुरक्षित दिल्ली तक पहुंचाई गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी मिल चुकी है। सबसे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ने इस वैक्सीन की डिलीवरी की थी और यह डिलीवरी एयरलाइंस के विमानों द्वारा भारत के 13 जगहों पर भेजी गई थी। आप लोगों को बता दें कि कोरोना की वैक्सीन का टीका 16 जनवरी से लोगों को लगना शुरू हो जायेगा।
आज सुबह बुधवार को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की पहली खेप भी एयर इंडिया की फ्लाइट AI 559 से सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर दिल्ली के लिए रवाना हुई थी और ख़बरों के अनुसार इन वैक्सीन का वजन 80.5 किलो ग्राम था। भारत सरकार ने दोनो कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को 6 करोड़ से अधिक वैक्सीन का आर्डर दिया था।
अब इस वैक्सीन को लोगों को लगाने के लिए तैयारी हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह तैयारी 15 जनवरी तक पूरी हो जाएगी और फिर 16 जनवरी से यह वैक्सीन लोगों को लगना शुरू हो जाएगी। यदि एक बार इस वैक्सीन का टीका लोगों को लग जायेगा तो कोरोना वायरस का असर धीरे-धीरे कम होता चला जायेगा और फिर कोरोना मरीज भी कम हो जायेंगे।